" आज की सच्चाई "
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सुख में सब दौड़े चले आते हैं, पर दुख में आए ना कोई,ये हमारे जीवन की आज की सच्चाई है। आज भाई भाई का नहीं, दोस्त दोस्त का नहीं, रिश्तेदार पड़ोसी सब मतलब के यार है। जब तक आपके पास पैसा है, तब तक सबका प्यार है पैसा नहीं तो झूठा संसार है। मुंह में राम बगल में छुरी, यही है आज के समाज की धुरी। मान न मान मैं तेरा मेहमान यू सब चले आते हैं, जब गम में डूबा हो कोई दूर बहुत चले जाते हैं। रिश्तो से कोई मतलब नहीं बस पैसों का व्यापार है पैसा है तो सब कुछ है पैसा नहीं तो छूट जाता अपनों का भी प्यार है। यही है आज की सच्चाई जो मैंने आप सबको दिखाई। S.K.BRAMAN
2021-09-11 15:57:16
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